स्लोगन
- पधारो म्हारे देस
पर्यटक स्थलों की प्राथमिकता
- देशी व विदेशी पर्यटकों के लिए प्रमुख स्थल:
- पुष्कर (अजमेर)
- माउंट आबू (सिरोही)
- सर्वाधिक विदेशी पर्यटक:
- जयपुर
- विदेशी पर्यटकों के मुख्य स्रोत देश:
- फ्रांस
- ब्रिटेन
पर्यटन सर्किट/परिपथ
राजस्थान को 9 सर्किट और 1 परिपथ में विभाजित किया गया है।
- मरू सर्किट: जैसलमेर, बीकानेर, जोधपुर, बाड़मेर
- शेखावाटी सर्किट: सीकर, झुंझुनू
- ढुढॉड सर्किट: जयपुर, दौसा, आमेर
- ब्रज मेवात सर्किट: अलवर, भरतपुर, सवाईमाधोपुर, टोंक
- हाड़ौती सर्किट: कोटा, बुंदी, बारां, झालावाड़
- मेरवाड़ा सर्किट: अजमेर, पुष्कर, मेड़ता, नागौर
- मेवाड़ सर्किट: राजसमंद, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा
- वागड़ सर्किट: बांसवाड़ा, डुंगरपुर
- गौड़वाड़ सर्किट: पाली, सिरोही, जालौर
मुख्य पर्यटन त्रिकोण
- स्वर्णिम त्रिकोण: दिल्ली - आगरा - जयपुर
- मरू त्रिकोण: जैसलमेर - बीकानेर - जोधपुर
राजस्थान पर्यटन विकास निगम (RTDC)
- स्थापना: 1978
- मुख्यालय: जयपुर
- मुख्य कार्य:
- पर्यटन विकास हेतु नीतियां और योजनाएं बनाना।
- पर्यटन स्थलों का रखरखाव।
- मेले व महोत्सव आयोजित करना।
- होटल, पर्यटन पुलिस, और गाइड की व्यवस्था।
पर्यटन को उद्योग का दर्जा
- 1989: मोहम्मद यूनूस समिति की सिफारिश पर राजस्थान भारत का पहला राज्य बना जिसने पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया।
- 2022-23 बजट: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पर्यटन एवं हॉस्पिटिलिटी क्षेत्र को उद्योग का दर्जा देने की घोषणा की।
यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल
- केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान
- जंतर मंतर (जयपुर)
- राजस्थान के पहाड़ी किले:
- चित्तौड़गढ़
- कुम्भलगढ़ (38 किमी लंबी दीवार, 2013 में घोषित)
- रणथम्भोर
- अम्बर
- जैसलमेर
राजस्थान के प्रमुख महोत्सव
क्र. स. | महोत्सव | स्थान | तिथि |
---|---|---|---|
1 | अन्तराष्ट्रीय मरू महोत्सव | जैसलमेर | जनवरी - फरवरी |
2 | अन्तर्राष्ट्रीय थार महोत्सव | बाड़मेर | फरवरी - मार्च |
3 | तीज महोत्सव (छोटी तीज) | जयपुर | श्रावण शुक्ल तृतीया |
4 | कजली/बड़ी/सातूडी तीज | बूंदी | भद्र तृतीय कृष्ण |
5 | गणगौर महोत्सव | जयपुर | चैत्र शुक्ल तृतीया |
6 | कार्तिक महोत्सव | पुष्कर, अजमेर | कार्तिक पूर्णिमा |
7 | वेणेश्वर महोत्सव | डुंगरपुर | माघ पूर्णिमा |
8 | ऊंट महोत्सव | बीकानेर | जनवरी |
9 | हाथ महोत्सव | जयपुर | मार्च |
10 | पतंग महोत्सव | जयपुर, जोधपुर, जैसलमेर | जनवरी |
11 | बैलून महोत्सव | बाड़मेर | वर्ष में चार बार |
12 | मेवाड़ महोत्सव | उदयपुर | अप्रैल |
13 | मारवाड़ | जोधपुर | अक्टूबर |
14 | शरद कालीन महोत्सव | माउंट आबू | नवंबर |
15 | ग्रीष्म कालीन महोत्सव | माउंट आबू | मई |
16 | शेखावटी महोत्सव | चुरू, सीकर, झुंझुनू | फरवरी |
17 | ब्रज महोत्सव | जूनानू | फरवरी |
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